zakhm

ज़ख़्म

देते हैं ज़ख़्म हर दिन एक नये अंदाज़ में वोतासीर ए मोहब्बत निभाते नये अंदाज़ में वोगुलशन से तोड़कर पनाह तो दिया है गुल कोकांटे चुभाते हैं हर पंखुड़ी में नये अंदाज़ में वो… फ़िज़ा को ख़िज़ाँ में बदले नये अंदाज़ में वोनक़ाब में हो बेनक़ाब किये नये अंदाज़ में Read more…

chandrayaan-3

चन्द्रयान -3 भारत की विशेष उपलब्धि

चंदा मामा दूर केपुए पकाएं गूड़ केकाल्पनिक कथा बनकर रह गईहर दिशा में चर्चे हैं चांद पर चंद्रयान -3 के…. इसरो टीम की अथक परिश्रमअन्य वैज्ञानिकों की पूरी लगन रंगत लाईभारत को मिली है आज विश्व ख्यातिअसली कथन,चांद की हक़ीक़त सामने आई…. उत्तराखंड में ऋषिकेश केपरमार्थ निकेतन घाट में,हुई आरती Read more…

book

ये जो किताब है महज़ किताब नहीं

तुम्हारे औरमेरे जीवन कीकुछ अनकहीबातें लिखी हैइसकिताब में… अव्यक्तवेदना कीचादर से लिपटेचंदएहसास हैं… यूँतो तुमनेकिताबेंपढ़ी होगीअनगिनत… मगरकुछ तुम्हारीकुछ मेरी अनपेक्षितउपेक्षा लिखीहुई हैजीवन केसारांश की तरह मुड़े हुएइन दो पन्नों पर… © चंचलिका

shooting star

टूटा तारा

मेरेटूटने सेग़र मुराद तुम्हारीपूरी होमैं टूटने कोतैयार हूँ… जोतुम्हारीहसरतें अब तकअधूरी हैवो पूरी होमैं टूटने कोतैयार हूँ… इसविराट विश्व मेंहर दर्द से ग़र तुमकोराहत मिलेमैं टूटने कोतैयार हूँ… मेराअस्तित्वबिखर करतुम्हारे लिएनिखर जायेगामैं टूटने कोतैयार हूँ… © चंचलिका

सुभाषचन्द्र बोस

धूसर है आसमां मगरहर दिन एक ध्रुव तारा चमकता है“सुभाष” नाम अमर रहेसारा हिन्दूस्तान ये कहता है… निर्भिक निडर थाबोस परिवार का बच्चाबन गया ,भारत माँ कालाल, सपूत वह सच्चा… देश की आज़ादी का सपनाजागती ऑंखों से वह देखता था“तुम मुझे ख़ून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा”गर्म जोशी से वह Read more…

diary

बंद डायरी.. खुली किताब

मेरे दिल की किताबकुंठा के ताले सेबरसों बंद पड़ी थी… एहसासों के अल्फ़ाज़उमड़ घुमड़ कर,थोड़ी दबी ज़ुबाँ सेबहुत कुछ कहते… मगर कुछ समझ,कुछ नासमझी कीअलसाई सी चादर तले ,बस उफनकर रह जाते… एक दिन कुछ ढूँढ़ते हुएदराज से मिली एक डायरीजानी पहचानी सी खुश्बू लिएबिल्कुल कोरी सी… अनायास ही चेहरे Read more…

love

निर्णय

बंद दरवाज़े के अंदरकमरा ख़ामोशी सेपनाह दे रहा थादो अजनबियों को…. ऑंखों में ख़्वाबों को समेटेउसकी मुस्कान बता रही हैहर हाल खुश रहेगी,इस अजनबी के साथ… सात फेरों का नहींकाग़ज़ी हस्ताक्षर काबंधन है दोनों का…. पुरुष का पुरुषार्थ ,स्त्री को पनाह तो दे दियामगर उसके गुरुर नेइस रिश्ते के नर्म Read more…

day

शुभ दिन

अर्ध सत्य , अर्ध मिथ्या मेंजी रहे हैं हम… आधी – अधूरी ज़िंदगी केआधे – अधूरे लोग हैं हम… मान – अभिमान के द्वन्द्व युद्ध मेंकभी हारे कभी जीते हम… प्रासंगिक , अप्रासंगिक घटनाओं केएकमात्र उदाहरण हैं हम… आलिंगन में बँधकरआधे – आधे जी लेंगे हम… मृत्यु के आने पर Read more…

आजादी का अमृत महोत्सव

आजादी का अमृत महोत्सव

कुछ दिनों से , जोर शोर सेदेश में लग रहा है ये नाराहर घर तिरंगा, घर घर तिरंगातिरंगा है जान से प्यारा….. आज़ाद वतन की आज़ादी मेंतिरंगा लहराये प्यारासबसे प्यारा, सबसे न्याराहिंदूस्तान हमारा…. परचम के तीन रंगों कीअलग मर्यादा , पहचान हैधर्म, कर्म और ओज से जुड़ीतिरंगे की कहानी है….. Read more…

father

पिता

पिता ,सिर्फ शब्द नहींएक घनेरी छाँव है,वज़नदार एहसास है… पिता ,जिनकी उंगलियों सेमिला उंगलियों कोएक उष्मीय स्पर्शडगमगाते कदमों कोदी मज़बूती ,चलना सिखलाया… पिता ,आँखों से बहतेझर झर आँसुओं को रोके,दे होंठों कोमधुर मुस्कान… पिता ,बाहों में जिसकीहै फौलादी ताक़तढाल बनकर सिखाये,जीवन के हर मुठभेड़ से रक्षा… पिता ,जिन्होंने दियाअपना नाम, Read more…