Kavita / Shayari
सुख दुःख
जवन मिलल बा ऊ लीं, कुछ करे के नईखेबहे दीं समइया के धार, ओके धरे के नईखे मूवे के बटले बा सभका एक ना एक दिनलेकिन रोज रोज तनी तनी मरे के नईखे उनुकरे दीहल सुखवा में बड़ा मजा आवेलाउनुकरे Read more…
जवन मिलल बा ऊ लीं, कुछ करे के नईखेबहे दीं समइया के धार, ओके धरे के नईखे मूवे के बटले बा सभका एक ना एक दिनलेकिन रोज रोज तनी तनी मरे के नईखे उनुकरे दीहल सुखवा में बड़ा मजा आवेलाउनुकरे Read more…
बडी जद्दोज़हद के बादतुम्हारा पता मिलाठिकाने पर आने पर तुम नहींदरवाज़े पर बडा सा ताला मिला सोचा बचपन की शरारत की आदतअब तक तुम्हारी गई नहींघर पर रह कर कहलवाने की,कह दो घर पर मैं नहीं आस पास देखा तो Read more…
‘रिश्ता’ कहना, देखना, सुनना सब कुछ अच्छा लगता है। लेकिन क्या उतना ही अच्छा रिश्ते को समझना लगता है या निभाना भी लगता है ? सचमुच बहुत आसान होता है , किसी से जुड़ जाना लेकिन बहुत मुश्किल होता है, Read more…
देते हैं ज़ख़्म हर दिन एक नये अंदाज़ में वोतासीर ए मोहब्बत निभाते नये अंदाज़ में वोगुलशन से तोड़कर पनाह तो दिया है गुल कोकांटे चुभाते हैं हर पंखुड़ी में नये अंदाज़ में वो… फ़िज़ा को ख़िज़ाँ में बदले नये Read more…
जीवन एक सफ़र है …..और सफ़र पर जाना हम सभी को अच्छा लगता है, बस शर्त ये होती कि सफ़र सुहाना होना चाहिए। लेकिन ये तो जीवन है न…. सिर्फ अच्छा सफर कैसे रह सकता है? जब ईश्वर ने हमें Read more…
चंदा मामा दूर केपुए पकाएं गूड़ केकाल्पनिक कथा बनकर रह गईहर दिशा में चर्चे हैं चांद पर चंद्रयान -3 के…. इसरो टीम की अथक परिश्रमअन्य वैज्ञानिकों की पूरी लगन रंगत लाईभारत को मिली है आज विश्व ख्यातिअसली कथन,चांद की हक़ीक़त Read more…
मैं शक्तिशाली हूं,मेरे पास अधिकार है,कुचलने का हर किसी को,बर्बाद करने का,नेस्तोनाबूत करने का,गलतियां मै करूँगा,निर्बल भुगतेगा सजा. हे राम तुम्हारे राज्य में,यह कैसी आंधी आई है,त्राहिमाम कर उठा है निर्बल,बलशाली लहू पी रहा,अब इनको कौन छत्रिय धर्म समझाएगा. हे Read more…
(प्रथम आत्माहुति) खुली हवा में साँस लेने का सुखउस कबूतर से पूछोजो पिजड़े में कभी कैद न हो ।मुक्त गगन में दम्भ भरता हैउड़ने की कलाबाज़ी दिखाता हैनजदीक से इंद्रधनुष छूकरलौटने पर इतराता है ।पर कितना कठिन हैखुशी-खुशी सुहागिनों को Read more…
तुम्हारे औरमेरे जीवन कीकुछ अनकहीबातें लिखी हैइसकिताब में… अव्यक्तवेदना कीचादर से लिपटेचंदएहसास हैं… यूँतो तुमनेकिताबेंपढ़ी होगीअनगिनत… मगरकुछ तुम्हारीकुछ मेरी अनपेक्षितउपेक्षा लिखीहुई हैजीवन केसारांश की तरह मुड़े हुएइन दो पन्नों पर… © चंचलिका
मेरेटूटने सेग़र मुराद तुम्हारीपूरी होमैं टूटने कोतैयार हूँ… जोतुम्हारीहसरतें अब तकअधूरी हैवो पूरी होमैं टूटने कोतैयार हूँ… इसविराट विश्व मेंहर दर्द से ग़र तुमकोराहत मिलेमैं टूटने कोतैयार हूँ… मेराअस्तित्वबिखर करतुम्हारे लिएनिखर जायेगामैं टूटने कोतैयार हूँ… © चंचलिका