Ahbab

अहबाब – मित्रगण

आँखों ही आँखों में मुलाक़ात हो जाती हैजुबाँ खुलती भी नहीं मगर बात हो जाती है. बैठे रहते हैं यूँ ही तेरा तसव्वुर किये हुएजाने कब दिन आता है कब रात हो जाती है ग़ैरमुमकिन है कहीं और शिक़स्त खा जाएँमगर दिल के खेल में अक्सर मात हो जाती है Read more…

Evening

मंज़िल-ए-मक़सूद

हुई शाम यार अपने तमाम आये,कहीं से मय आयी कहीं से जाम आये उम्र गुजर गई एक खत की आरज़ू मेंना थी किस्मत कि तुम्हारा पयाम आये जब भी पूछे कोई मेरी मंज़िल-ए-मक़सूदहर बार जुबाँ पे अबस तेरा ही नाम आये गजब जलवा है तेरे अज़मत-ए-हुश्न कासजदे में आये जो Read more…

heaven

चर्ख

इस दर्द भरे दिन की शाम नहीं है,इस आगाज़ का अंजाम नहीं है। ऐ चर्ख तूने लूट लिया सब कुछ मेरा,फिर भी तुझको इत्मीनान नहीं है. चैन-ओ-करार लूटा, अब जी चाहिए,क्या ज़रा भी दीन-ओ-ईमान नहीं है, कह दो दिल की तमाम नफरतों सेचली जाएँ ये उनका मकान नहीं है जो Read more…

smile

तबस्सुम

बिस्मिल हुआ है दिल निगह की मार से,नोक दिख रही है तीर की जिग़र के पार से जब से मारा है उन्होंने तबस्सुम फेंक करतब से रहने लगे हैं हम कुछ बेक़रार से इस क़दर खाया है धोका तेरे अहद परभरोसा उठ सा गया है लफ्ज़ ऐतबार से ख़ुदा जाने Read more…

laughter yoga

लाफ्टर योगा

जब सिर्फ तुम्हे दुत्कार मिले,ऑफिस में बातें चार मिले,सब श्रेय सहकर्मी ले जाये,चपरासी भी घुड़की दे जायेज्यादा नहीं दो घूँट सहीतुम हया घोल कर पिया करोतुम लाफ्टर योगा किया करो जब यारों से इनकार मिलेबीवी से भी ना प्यार मिले,बच्चे भी ना सुनते बात अगर,ग़र कठिन लगे जीवन की डगर,ज्यादा Read more…

beautiful girl

दीदार

जब से उनका दीदार हुआ है,फ़ना चैन-ओ-करार हुआ है। गुल ही गुल हैं ता-हद्द-ए-नज़र,हर तरफ गुले गुलज़ार हुआ है। कुछ नज़र नहीं आता उनके सिवा,ये  अब  कौन सा आज़ार हुआ है। जिस ख़त में मेरे  असरार बन्द थे,वो आज रक़ीब का अख़बार हुआ है। अब तो ज़ब्त ने भी साथ Read more…

व्हाट्सएप

पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय,ढाई आखर व्हाट्सएप के पढ़े सो पंडित होय। पंडित ऐसा घनघोर, ना सुने किसी की बात,ना माने यदि कोई, चलाये तुरतहि घूसे लात। © Sunil Chauhan

मजबूरी

मराठी, बांग्ला, अंग्रेजी बोले निजा मज़बूरी में,हमनी के परान बसेला आपन ठेठ भोजपुरी में. हाथे सतुआ साने वाला, फंसल बा कांटा छुरी में,कुर्सी से बन्हाईल बानी, नीके खेलत रहनी धूरी में. सादगी में भी मजा रहे, दिमाग ना खटे फितूरी में,आ के इहवाँ लागल बानी शो ऑफ के मजदूरी में. Read more…

girl holding album

माज़ी-परस्ती (Nostalgia)

कर ली बातें चाँद सितारों से,मिल आये ज़िगरी यारों से, कूदना पेड़ों से तालाबों में,पायलट बनना वो ख्वाबों में, जी आये वो बेखबरी भी, वो मस्ती भी,ख़ूब शग़ल है यारों ये माज़ी-परस्ती भी. © Sunil Chauhan

jamun

गांव

जब से भइल बा टिकटवा हो गांव के,याद आवता जमुनिआ के छाँव के. बाग़ बगइचा, खटिया मचिया, ताल तलइया बांगर दियरा,मॉल, फ्लैट, डनलप के गद्दा, कवनो ना एहनी के नियरा,लाली बिलाली, गुल्ली डान्टा, लट्टू, कबड्डी, चीकाटेनिस, गोल्फ, बिलियर्ड्स सब एकनी के आगे फीका. खूब शान बा शहरिया के लेकिन,इ त Read more…