freedom

मेरी भी एक मुमताज़ थी

बडी जद्दोज़हद के बादतुम्हारा पता मिलाठिकाने पर आने पर तुम नहींदरवाज़े पर बडा सा ताला मिला सोचा बचपन की शरारत की आदतअब तक तुम्हारी गई नहींघर पर रह कर कहलवाने की,कह दो घर पर मैं नहीं आस पास देखा तो Read more

rishta

रिश्ता

‘रिश्ता’ कहना, देखना, सुनना सब कुछ अच्छा लगता है। लेकिन क्या उतना ही अच्छा रिश्ते को समझना लगता है या निभाना भी लगता है ? सचमुच बहुत आसान होता है , किसी से जुड़ जाना लेकिन बहुत मुश्किल होता है, Read more

zakhm

ज़ख़्म

देते हैं ज़ख़्म हर दिन एक नये अंदाज़ में वोतासीर ए मोहब्बत निभाते नये अंदाज़ में वोगुलशन से तोड़कर पनाह तो दिया है गुल कोकांटे चुभाते हैं हर पंखुड़ी में नये अंदाज़ में वो… फ़िज़ा को ख़िज़ाँ में बदले नये Read more

jeevan ek safar

जीवन एक सफ़र है

जीवन एक सफ़र है …..और सफ़र पर जाना हम सभी को अच्छा लगता है, बस शर्त ये होती कि सफ़र सुहाना होना चाहिए। लेकिन ये तो जीवन है न…. सिर्फ अच्छा सफर कैसे रह सकता है? जब ईश्वर ने हमें Read more

chandrayaan-3

चन्द्रयान -3 भारत की विशेष उपलब्धि

चंदा मामा दूर केपुए पकाएं गूड़ केकाल्पनिक कथा बनकर रह गईहर दिशा में चर्चे हैं चांद पर चंद्रयान -3 के…. इसरो टीम की अथक परिश्रमअन्य वैज्ञानिकों की पूरी लगन रंगत लाईभारत को मिली है आज विश्व ख्यातिअसली कथन,चांद की हक़ीक़त Read more

दुहाई

मैं शक्तिशाली हूं,मेरे पास अधिकार है,कुचलने का हर किसी को,बर्बाद करने का,नेस्तोनाबूत करने का,गलतियां मै करूँगा,निर्बल भुगतेगा सजा. हे राम तुम्हारे राज्य में,यह कैसी आंधी आई है,त्राहिमाम कर उठा है निर्बल,बलशाली लहू पी रहा,अब इनको कौन छत्रिय धर्म समझाएगा. हे Read more

Mangal Pandey

मंगल पाण्डेय

(प्रथम आत्माहुति) खुली हवा में साँस लेने का सुखउस कबूतर से पूछोजो पिजड़े में कभी कैद न हो ।मुक्त गगन में दम्भ भरता हैउड़ने की कलाबाज़ी दिखाता हैनजदीक से इंद्रधनुष छूकरलौटने पर इतराता है ।पर कितना कठिन हैखुशी-खुशी सुहागिनों को Read more

book

ये जो किताब है महज़ किताब नहीं

तुम्हारे औरमेरे जीवन कीकुछ अनकहीबातें लिखी हैइसकिताब में… अव्यक्तवेदना कीचादर से लिपटेचंदएहसास हैं… यूँतो तुमनेकिताबेंपढ़ी होगीअनगिनत… मगरकुछ तुम्हारीकुछ मेरी अनपेक्षितउपेक्षा लिखीहुई हैजीवन केसारांश की तरह मुड़े हुएइन दो पन्नों पर… © चंचलिका

shooting star

टूटा तारा

मेरेटूटने सेग़र मुराद तुम्हारीपूरी होमैं टूटने कोतैयार हूँ… जोतुम्हारीहसरतें अब तकअधूरी हैवो पूरी होमैं टूटने कोतैयार हूँ… इसविराट विश्व मेंहर दर्द से ग़र तुमकोराहत मिलेमैं टूटने कोतैयार हूँ… मेराअस्तित्वबिखर करतुम्हारे लिएनिखर जायेगामैं टूटने कोतैयार हूँ… © चंचलिका

सुभाषचन्द्र बोस

धूसर है आसमां मगरहर दिन एक ध्रुव तारा चमकता है“सुभाष” नाम अमर रहेसारा हिन्दूस्तान ये कहता है… निर्भिक निडर थाबोस परिवार का बच्चाबन गया ,भारत माँ कालाल, सपूत वह सच्चा… देश की आज़ादी का सपनाजागती ऑंखों से वह देखता था“तुम Read more