Kavita / Shayari
सुभाषचन्द्र बोस
धूसर है आसमां मगरहर दिन एक ध्रुव तारा चमकता है“सुभाष” नाम अमर रहेसारा हिन्दूस्तान ये कहता है… निर्भिक निडर थाबोस परिवार का बच्चाबन गया ,भारत माँ कालाल, सपूत वह सच्चा… देश की आज़ादी का सपनाजागती ऑंखों से वह देखता था“तुम मुझे ख़ून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा”गर्म जोशी से वह Read more…