मेहमान बनकर इस दुनिया में
हम सब एक दिन आए थे.
मेजबान बनकर रह गये यहाँ
साथ कुछ नहीं लाए थे.

इंद्रधनुषी इस दुनिया में
दौलत खूब कमाए थे.
तरह तरह के पकवानों से
जी भर थाली सजाए थे.

घर आए मेहमान के लिए
कभी थोड़ा सा भरमाए थे.
मेहमान नवाजी करने में
क्या थोड़ा हम सकुचाए थे?

मेहमान नवाज़ी खत्म हुई
वापसी का टिकट संग लाए थे.
स्टेशन छोड़ने आए मेज़बान
राम धुन भी तो खूब गाए थे.

© चंचलिका


Chanchlika Sharma

Chanchlika Sharma

Pure soul