जब हम किसी पौधे को लगाते हैं

और जब हम किसी पौधें को काटते हैं

तब भी

जब हम किसी रोते को हंसाते हैं

और जब हम किसी को रूलाते हैं

तब भी

जब हम कुछ अच्छा करते हैं

और जब हम कुछ बुरा करते हैं

तब भी

यहां तक कि,

जब हम कुछ नहीं कर रहे होते हैं

तब भी

हमारे करने

या ना करने

का फल-प्रतिफल

हमें मिलता जरूर है

कुछ इस प्रकार से

क्रिया-प्रतिक्रिया के नियम

की सीख

प्रकृति हमें सिखाती है।

© धनंजय शर्मा


Dhananjay Sharma

बोलें तभी जब वो मौन से बेहतर हो

4 Comments

Madhavendra Dutt · August 19, 2021 at 8:35 am

Kudos Dhananjay Ji! Keep it going.

अंकुर कुमार द्विवेदी · August 25, 2021 at 10:37 am

अदभुत??

Jaspal Singh · August 25, 2021 at 12:54 pm

Very nice. Keep it up.

Paspat · August 25, 2021 at 5:22 pm

Wah
Bahut sunder
Bhaiya

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